नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग ने बुधवार सुबह एक नोटिस जारी कर राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी। इस नोटिस में कहा गया कि यदि कोई राजनीतिक दल ‘मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना’ के नाम पर आवेदकों से जानकारी एकत्र कर रहा है, तो वह धोखाधड़ी कर रहा है और उसे इसका कोई अधिकार नहीं है।
सार्वजनिक अधिसूचना के बाद राजनीतिक विवाद
यह सार्वजनिक अधिसूचना आम आदमी पार्टी (आप) के मंत्रियों, विधायकों और स्वयंसेवकों द्वारा ‘मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना’ के तहत लोगों को पंजीकरण करने के लिए किए गए व्यापक संपर्क अभियान के एक दिन बाद जारी की गई। विभाग ने कहा कि उसे मीडिया रिपोर्टों और सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से जानकारी मिली कि एक राजनीतिक दल ने इस योजना के तहत दिल्ली की महिलाओं को 2100 रुपये प्रति माह देने का दावा किया है।
‘ऐसी कोई योजना अधिसूचित नहीं’
विभाग ने नोटिस में स्पष्ट किया कि दिल्ली सरकार ने इस नाम से कोई योजना अधिसूचित नहीं की है और कोई भी व्यक्ति या राजनीतिक दल फॉर्म या आवेदन एकत्र करके धोखाधड़ी कर रहा है। विभाग ने नागरिकों को सलाह दी कि वे ऐसी योजनाओं के तहत जानकारी साझा न करें, क्योंकि इससे साइबर अपराध या बैंकिंग धोखाधड़ी हो सकती है।
अरविंद केजरीवाल का पलटवार
इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि उनकी पार्टी की महिला सम्मान योजना और संजीवनी योजना से उनके राजनीतिक विरोधी परेशान हैं। केजरीवाल ने कहा कि सीएम आतिशी को फर्जी पुलिस केस के बहाने गिरफ्तार किया जा सकता है और आप के कई वरिष्ठ नेताओं पर रेड डाली जा सकती है।
केजरीवाल ने एक्स (Twitter) पर लिखा, “महिला सम्मान योजना और संजीवनी योजना से ये लोग बुरी तरह से बौखला गए हैं। अगले कुछ दिनों में फर्जी केस बनाकर आतिशी जी को गिरफ्तार करने का इन्होंने प्लान बनाया है। उसके पहले आप के सीनियर नेताओं पर रेड की जाएगी।”
बीजेपी ने किया हमला
इससे पहले, मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सांसद बांसुरी स्वराज ने आरोप लगाया था कि आम आदमी पार्टी दिल्ली की महिलाओं को महिला सम्मान योजना और संजीवनी योजना के नाम पर सर्दी में लाइन में खड़ा कर रही है। उन्होंने इसे “चुनावी छलावा और झांसा” करार दिया।
स्वराज ने कहा, “आप सभी देख रहे होंगे कि वे दिल्ली की बहन-बेटियों से कह रहे हैं कि महिला सम्मान योजना के लिए रजिस्ट्रेशन करने आइए। इतना ही नहीं, ठंड में हमारे बुजुर्गों को संजीवनी योजना का हवाला देकर रजिस्ट्रेशन के लिए बुला रहे हैं। यह केवल चुनावी छलावा है।”